साड़ी भारतीय परम्परा का वह परिधान है जिसे भारत की हर लड़की पसंद करती है। चाहे ज़माना कितना भी मॉर्डन क्यों न हो जाए साड़ी को पहनने की परम्परा कभी भी पुरानी नहीं हो सकती है। साड़ी ही एक ऐसा वस्त्र है जो लड़की को एक पूरी औरत बनाती है। साड़ी पहनने से हर एक लड़की एक सम्पूर्ण नारी होती है, जिसमे संस्कार, कर्तव्य के प्रति आस्था और संस्कृति के प्रति सम्मान झलकता है।
साड़ी को महिलाएं शादी, पूजा और अन्य समारोहों में पहन कर जाती हैं। साड़ी को पहनने से हर महिला का अलग लुक निखर के आता है। कहा जाता है एक महिला तब तक सम्पूर्ण नहीं होती है जब तक वह साड़ी न पहनें। हालांकि जमाने के हिसाब से साड़ी पहनने का स्टाइल जरूर बदला है लेकिन जो आभा इससे आती है वह शायद सदियां बीत जाए तो भी नहीं जा सकती है।
चाहे ग्लैमर वर्ल्ड हो या राजनीति, साड़ी एक तरह से व्यक्ति विशेष का सिंबल बन गया है। बॉलीवुड ने साड़ी पहनने के चलन को पूरी दुनिया में बढ़ाया है। कंगना रनौत, रेखा और विद्या बालन जैसी तमाम अभिनेत्री हैं जो अपने साड़ी के प्रति प्यार के लिए जानी जाती है।
वैसे जगह के हिसाब से साड़ी पहनने का अलग-अलग तरीका और चलन है। साड़ी पहनना कोई आसान काम नहीं होता है। अगर इसे ढंग से न पहना जाए तो बहुत फूहड़ लगता है। आइये आज हम साड़ी पहनने का सही तरीका जानते हैं जिससे साड़ी और आप का लुक अलग तरह से निखरे। जानें saree kaise bandhe
बहुत ज्यादा ज्वैलरी न पहनें
साड़ी पहनते समय ध्यान रखें कि ज्यादा ज्वैलरी न कैरी करें। जैसी साड़ी हो उसी हिसाब से ज्वैलरी पहनें। अगर साड़ी भारी और चमकीली है तो ज्वैलरी को कम ही पहनना चाहिए। कभी भी ज्वैलरी इतना न पहनें कि साड़ी ही फूहड़ लगे।
साड़ी पहनने का सही तरीका चुनें
कभी भी किसी को देखकर साड़ी पहनना न शुरू करें, पहले इसे पहनने के तरीके के बारें में जाने, प्रैक्टिस करें और पहनकर चलें। कमर के हिसाब से भी साड़ी के निखरने में अलग लुक आता है। इतना ध्यान रखें कि इसे कमर से कितना ऊपर और नीचें बांधें। नाभि के ऊपर या नीचे बाँधने से भी इसका अलग लुक अलग आता है। इसलिए हमेशा साड़ी सही तरीके से पहनें।
हैंडपर्स और बैग कैसे कैरी करें ?
साड़ी पहन लेना ही बड़ी बात नहीं होती है उसके साथ कैसा हैंडपर्स या बैग जंचेगा यह भी मायने रखता है। जब साड़ी नयी हो तो बैग भी नया होना चाहिए। अगर मुमकिन हो तो साड़ी के कलर के हिसाब से हैण्डपर्स लेकर चलें।
साड़ी के साथ सही जूतें
जैसा कि सभी जानते हैं कि साड़ी पहनने के बाद नीचे पैर नज़र नहीं आते हैं। लेकिन फिर भी एहतियातन आप ऐसे चप्पलों या सैंडल का चुनाव करें जो साड़ी के ऊपर अच्छे से जंचे। अगर साड़ी के मैचिंग का फुटबियर रहेगा तो यह साड़ी के लुक पर यह सोने पे सुहागा जैसा होगा।
ब्लॉउज का सही चयन
अच्छे ब्लॉउज के बिना अच्छी से अच्छी साड़ी भी फूहड़ लगती है। अगर ब्लॉउज साड़ी की मैचिंग के हिसाब से हो तो साड़ी का लुक बहुत शानदार निखरकर आता है। साड़ी के हिसाब से ब्लॉउज की फिटिंग भी सही होनी चाहिए।
ब्लॉउज के अलावा साड़ी का एक और महत्वपूर्ण अंग होता है वह है पेटीकोट। पेटीकोट का भी साड़ी के हिसाब से चुनाव करें। अलग-अलग रंग के साड़ी और पेटीकोट नहीं होने चाहिए।
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