भारत के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने 23 दिसम्बर 2019 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल पूरे कर लिए थे। 15 अगस्त 2020 को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। धोनी दुनिया के एकमात्र कप्तान है जिन्होंने ICC की सभी ट्रॉफी जीती है। आइये आज धोनी के अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में 15 साल के करियर के जुड़े कुछ खास लम्हों के बारें में जानते हैं।
धोनी डेब्यू करते ही अपने लम्बे-लम्बे बालों और छक्कों की वजह से सबके दिलों पर छाने लगे थे। शुरुआत में वह अपनी विकेटकीपिंग से ज्यादा बालों के लिए जाने जाते थे। वर्ष 2003-04 में धोनी इंडिया A की तरफ से बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज़ जिम्बाम्बे और केन्या के दौरे पर गए। यह दौरा धोनी के करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। केन्या दौरे पर केन्या, इंडिया A और पाकिस्तान A के बीच एक त्रिकोणीय सीरीज खेली गई थी।
इस सीरीज में धोनी ने शानदार प्रदर्शन किया। इस टूर पर धोनी ने 6 पारियों में 2 शतक समेत कुल 362 रन रन बनाये। धोनी के दोनों शतक पाकिस्तान के खिलाफ आये। धोनी के इस प्रदर्शन से वर्तमान तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली बहुत प्रभावित हुए। इसके कारण उन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला।
डेब्यू मैच में 0 पर आउट हो गए थे
धोनी ने जब डेब्यू किया तो उस मैच में वह 0 पर ऑउट हो गए थे। बांग्लादेश के खिलाफ धोनी 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और वह पहली ही बॉल पर रनऑउट हो गए। धोनी ने इंडिया की तरफ से 350 वनडे खेलें हैं और वह करीब 51 की औसत से 10773 रन बनाये हैं। जिसमे 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं।
धोनी ने अपने 5वें वनडे मैच में नम्बर 3 पर बल्लेबाज़ी करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ शानदार 148 रन की पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 15 चौके और 4 छक्के लगाए। इस मैच के बाद से धोनी का नाम विश्व क्रिकेट के पटल पर छा गया। विशाखापत्तनम के बाद धोनी ने फैसलाबाद में भी पाक के खिलाफ 148 रनो की पारी 2005-06 में खेली।
वनडे में शानदार प्रदर्शन करने के बाद धोनी को 2005 में टेस्ट टीम में शामिल किया गया। इसी साल T-20 क्रिकेट शुरुआत हो गयी थी। धोनी को भारतीय T-20 क्रिकेट टीम का कप्तान चुना गया। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को पहला T-20 क्रिकेट विश्व कप जिता दिया। इसके बाद धोनी को वनडे और टेस्ट टीम की भी कप्तानी मिल गयी।
183* है धोनी का सर्वश्रेष्ठ स्कोर
2005 में धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में खेले गए मैच में शानदार 183 रन की पारी खेली। इस मैच में भारतीय टीम श्रीलंका द्वारा दिए गए 299 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। धोनी को नंबर 3 पर बैटिंग के लिए भेजा गया। धोनी की ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी की वजह से भारत ने यह मैच 23 गेंद शेष रहते ही जीत लिया। आज भी धोनी का 183 रन का स्कोर वनडे क्रिकेट में किसी विकेटकीपर द्वारा खेली गयी सर्वोच्च पारी है।
2005 में एक वाक़या तब घटित हुआ था जब भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर गयी थी। तब पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को धोनी के बाल इतने पसंद आये कि उन्होने धोनी को कह दिया कि आप अपने बाल न कटाएं।
धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को T-20 क्रिकेट विश्व कप और वनडे विश्व कप जिताया। इसके बाद उन्होंने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी भी जितायी। इसके अलावा धोनी की ही कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में पहली बार नंबर 1 टीम बनी।
आपको बता दें कि धोनी के ऊपर एक फिल्म भी बन चुकी है। धोनी ने 2010 में 4 जुलाई को एक निजी समारोह में साक्षी से शादी की। इस समय धोनी की जीवा नाम की एक बेटी है। धोनी ने अपने करियर में 350 वनडे, 90 टेस्ट, 98 T-20 मैच खेलें हैं। इसके अलावा वह भारतीय सेना में मानद उपाधि धारक हैं। भारत का हर क्रिकेट प्रेमी धोनी को जरुर मिस करेगा।
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