श्रीलंका ने तीसरे टी-20 में भारत को सात विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम आठ विकेट पर महज 81 रन ही बना सकी। श्रीलंका ने सात विकेट से यह मैच आसानी अपने नाम कर लिया। मैच में शानदार प्रदर्शन के चलते हसरंगा को मैन ऑफ द मैच चुना गया। टीम इंडिया की यह पिछली नौ द्विपक्षीय टी-20 सीरीज में पहली हार है। इससे पहले आठ सीरीज में से भारत ने सात सीरीज जीती थी और एक सीरीज ड्रॉ रहा था।
श्रीलंका के हाथों टी-20 सीरीज में मिली हार के बाद भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने कहा कि इससे नई पीढ़ी के युवा भारतीय बल्लेबाजों ने सीखा कि हर विकेट सपाट नहीं होते और उन्हें कम स्कोर वाली पिचों पर खेलने का हुनर सीखना होगा।
शिखर धवन की कप्तानी में भारत ये सीरीज 1-2 से हार गया। कोरोना वायरस संक्रमण के बाद क्वारंटीन होने की वजह से भारत के 9 अहम खिलाड़ी ये मैच नहीं खेल सके थे। जिसका बड़ा फायदा श्रीलंका को मिला और आसानी से इस सीरीज को जीत लिया। अगर भारत के सभी खिलाड़ी होते तो श्रीलंका शायद यह सीरीज नहीं जीत पाती।
निराश नहीं हैं भारतीय कोच राहुल द्रविड़
जब राहुल द्रविड़ से यह पूछा गया कि क्या वह अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से निराश हैं तो राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने जवाब दिया नहीं. उन्होंने कहा, ‘मैं निराश नहीं हूं क्योंकि वे सभी युवा है. वो तजुर्बे से सीखेंगे. इस तरह के हालात और गेंदबाजी का सामना करने से सीखेंगे. श्रीलंकाई टीम की गेंदबाजी बहुत अच्छी है.’
राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘वो कुछ और रन बनाना चाहते होंगे. उन्हें यह सीखने को मिला कि हर पिच सपाट नहीं होगी. हमें इस तरह की पिचों पर 130 से लेकर 140 रन बनाना सीखना होगा। युवा खिलाड़ियों के लिये यह अच्छा सबक रहा। वे अपने प्रदर्शन का आत्ममंथन करके आगे बेहतर रणनीति बना सकेंगे। टी-20 क्रिकेट में इस तरह के हालात ज्यादा नहीं मिलते लेकिन मिलने पर आपको बेहतर खेलना आना चाहिए.’
बता दें कि श्रीलंका ने दो साल बाद कोई द्विपक्षीय टी20 सीरीज जीती है। इससे पहले उसने 2019 में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज़ जीती थी। यह पहला मौका है जब श्रीलंका की टीम ने भारत को टी20 सीरीज हराई हो। श्रीलंका की टीम किसी भी फॉर्मेट में आज भारत को साल 2008 के बाद पहली बार हरा पाई है। श्रीलंका की जीत के हीरो वनिंदू हसरंगा रहे। अपने जन्मदिन के खास मौके पर हसरंगा ने अपने चार ओवरों में केवल नौ रन देकर चार विकेट अपने नाम किए।