33 वर्षीय भारतीय स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल को आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में जग नहीं मिली जिससे वो और उनके फैंस काफी निराश हैं। स्पिन गेंदबाज के रूप में भारतीय टीम में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा शामिल हैं। उनके अलावा कुलदीप यादव को भी 15 सदस्यीय स्क्वॉड का चुना गया है।
यजुवेंद्र चहल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं। इससे पहले यूएई में हुए 2021 टी-20 विश्व कप से भी चहल बाहर रहे और फिर 2022 में हुए विश्व कप में टीम में होने के बावजूद उन्हें एक भी मैच नहीं खिलाया गया और बैंच पर बैठे रहे।
इन सब से दुखी चहल ने अब इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें टीम से ड्रॉप होने की आदत सी हो गई है। चहल ने वर्ल्ड कप के लिए नजरअंदाज होने पर अपनी बात रखी है।
चहल ने विजडन से बातचीत में कहा, ‘अब तो इसकी आदत सी हो गई है. ये जिंदगी का हिस्सा बन गया है. मैं समझ सकता हूं कि ये वर्ल्ड कप है और केवल 15 खिलाड़ी ही स्क्वॉड का हिस्सा हो सकते हैं. आप 17-18 खिलाड़ियों को नहीं ले जा सकते हैं. मुझे भी बुरा लगता है लेकिन अब जिंदगी में मेरा लक्ष्य आगे बढ़ना है. मैं अब इसका आदी हो गया हूं. अब लगातार 3 वर्ल्ड कप हो गए हैं.
मैं इसलिए केंट आया हूं क्योंकि मैं किसी भी तरह का क्रिकेट खेलना चाहता हूं. मुझे रेड बॉल क्रिकेट खेलने का मौका मिल रहा है. मैं भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं. मेरे लिए ये अच्छा अनुभव है. मैं फर्स्ट डिवीजन काउंटी खेल रहा हूं.’