बाबा रामदेव ( Baba Ramdev ) हमेशा आयुर्वेद अपनाने और नियमित योगा करने की सलाह देते हैं। 53 साल के हो चुके योग गुरु बाबा रामदेव आज भी बहुत एक्टिव और फुर्तीले हैं और इसका कारण है उनकी जीवनशैली। वह नियमित योग करते हैं और आयुर्वेदिक चीजों का सेवन करते हैं जिससे उनका शरीर काफी लचीला और मजबूत हैं। आजकल हर कोई स्वस्थ और सेहतमंद रहना चाहता है ऐसे में बाबा रामदेव ने 5 ऐसे नियम बताए हैं जिन्हें हर व्यक्ति को जरूर फॉलो करना चाहिए। आईए आपको बताते हैं बाबा रामदेव के वो पांच नियम क्या है..
पहला नियम :
सबसे पहले तो आप सुबह जल्दी उठने की आदत डालें और सूर्योदय से पहले बिस्तर से उठ जाएं। उठने के बाद अपने दिन की शुरुआत एक गिलास से करें , आप चाहें तो दो गिलास पानी भी पी सकते है लेकिन पानी थोड़ा गर्म होना चाहिए। जो लोग कब्ज, जोड़ों में दर्द और मोटापे से परेशान हैं उन्हें सुबह गर्म पानी पीने से बहुत लाभ मिलेगा। हालांकि जिसको कोई रोग नहीं है वह भी अच्छी सेहत के लिए सुबह पानी जरुर पियें। पानी पीते समय कुछ छोटी-छोटी बातों का अवश्य ध्यान रखें। एक तो कभी भी खड़े होकर पानी न पीएं , हमेशा नीचे बैठकर ही पानी पीना चाहिए। इसके अलावा जल्दबाजी में पानी पीने से बचें। हमेशा घुट-घुट कर धीरे-धीरे पियें। सुबह फ्रेश होकर 20-25 मिनट योगा व प्रणायाम भी करें.
दूसरा नियम :
हमारे यहां बहुत से लोग सुबह चाय पीते हैं जो बहुत सी बीमारियों की जड़ है अगर आप भी ऐसा करते है तो आज ही चाय पीना छोड़ दें। चाय की बजाय आप सुबह आंवला-एलोवेरा का जूस पीना शुरू कीजिए , जो किसी भी ( Patanjali ) पतंजलि स्टोर पर आपको आसानी से मिल जाएगा। जब आप सुबह आंवला-एलोवेरा का जूस पीना शुरू करेंगे तो कुछ ही दिनों में आपको अपने शरीर में फर्क महसूस होने लगेगा। सुबह-सुबह तुलसी व नीम की पत्ती चबाना भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है.
तीसरा नियम :
ब्रेकफास्ट करना कभी ना भूलें , हमेशा समय पर नास्ता करें क्योंकि अच्छा ब्रेकफास्ट हमें पुरे दिन एक्टिव रखता है। ब्रेकफास्ट में हमेशा अलग-अलग चीजों को शामिल करें जैसे कभी इडली-सांभर तो कभी अंकुरित अनाज खाएं। दही, छाछ, दूध या जूस भी ले सकते हैं। आप चाहें तो ओट्स को गर्म दूध और शक्कर के साथ खा सकते हैं। लेकिन नाश्ते में कभी भी रोटी या पराठे के साथ अचार न खाएं। हफ्ते में एक दिन उपवास भी रखें।
चौथा नियम :
खाने को हमेशा अच्छे से चबाकर खाएं , क्योंकि इस से खाना जल्दी पचता है और शरीर को पोषक तत्व भी ज्यादा मिलते हैं। खाना बनाने के अलग-अलग प्रकार के तेलों का प्रयोग का करें जैसे सोयाबीन, तिल व सरसों के तेल से सब्जी बनाएं , क्योंकि हर प्रकार के तेल में अलग-अलग पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक है। इसी तरह गेहूं की रोटी के साथ-साथ मक्का, बाजरा और ज्वार की रोटी भी खाएं.
पांचवा नियम :
दही वैसे तो स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है लेकिन डिनर में दही नहीं खानी चाहिए। रात का खाना हमेशा सोने से 3-4 घंटे पहले ही खा लें और खाना खाने के तुरंत बाद भुलकर भी पानी न पियें , भले ही आपको कितनी भी प्यास लगी हो। कम से कम एक घंटे बाद ही पानी पीएं।
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