ब्लैक होल (Black Hole) : आपने अपनी किताबों में इसके बारे में जरूर पढ़ा होगा या फिर ब्लैक होल पर आधारित कुछ हॉलीवुड फिल्में भी देखी होंगी। लेकिन क्या आपने असली ब्लैक होल की तस्वीर देखी है ? अगर नहीं तो आज हम आपको ब्लैक होल से जुड़ी कुछ खास बातों के साथ-साथ आपको ब्लैक होल की पहली तस्वीर भी दिखाएंगे। दरअसल इस वर्ष अप्रैल में वैज्ञानिकों को ब्लैक होल की तस्वीर लेने में सफलता साथ लगी है।
जब यह तस्वीर इंटरनेट पर आई तो लोगों ने इसकी तुलना कई चीजों से की। किसी ने इसे डोनट जैसा बताया, जबकि कुछ इसे वड़ा कह रहे थे हालांकि वो सब महज एक मजाक था। 11 अप्रैल 2019 के दिन जब दुनिया ने पहली बार ब्लैक होल की एक असल तस्वीर देखी तो यह खूब वायरल हुई। ब्लैक होल हमेशा से ही रहस्यों से भरा विषय रहा है। बतां दें कि ब्लैक होल की तस्वीर लेने के लिए दुनिया के 6 देशों हवाई, एरिजोना, स्पेन, मैक्सिको, चिलि और दक्षिणी ध्रुव में Event Horizon Telescope लगाया गया था। माना जा रहा है कि यह ब्लैकहोल हमारी धरती से तकरीबन 4000 करोड़ किमी दूर स्थित है।
ब्लैक होल क्या होता है ? What is Black Hole in Hindi :
You’re looking at the first ever image of a black hole. It was captured by the #NSFFunded @ehtelescope project. #ehtblackhole #RealBlackHole https://t.co/6dglvqrvOs pic.twitter.com/0hclANf4tc
— National Science Foundation (@NSF) April 10, 2019
वैज्ञानिकों के साथ-साथ आम लोग भी ब्लैक होल के रहस्य को जानने के लिए उत्सुक रहते है। दुनियाभर के बहुत से वैज्ञानिक और शोधकर्ता कई सालों से ब्लैक होल की गुत्थी सुलझाने में लगे हुए है। अगर आप ब्लैक होल के बारे में नहीं जानते तो आपको बतां दें कि ब्लैक होल अंतरिक्ष में एक ऐसी जगह है जहां पर फिजिक्स के सब नियम बेकार हैं।
ब्लैक होल की गुरुत्वाकर्षण शक्ति बहुत अधिक है। जो हर तरह की भारी से भारी वस्तु को अपने अंदर समा लेती है। कहा जाता है कि ब्लैक होल के अंदर जो भी वस्तु प्रवेश करती है वो कभी बाहर नहीं आती। सब चीजें इसके अंदर जाकर गायब हो जाती हैं यहां तक की प्रकाश भी। ऊपर आप वैज्ञानिकों द्वारा जारी की गई ब्लैक होल की तस्वीर देख रहें होंगे जिसके चारों ओर आग का एक गोला नजर आ रहा है। दरअसल, वे सभी बेहद गर्म गैसें हैं, जो इस ब्लैक होल में जाकर गिरती हैं।
ब्लैक होल से जुड़े रहस्य और रोचक तथ्य :
ब्लैक होल कोई छेद नहीं है, वास्तव में ब्लैक होल का जन्म मरे हुए तारों को करोड़ों, अरबों साल गुजरने के बाद होता है। कई सालों से ब्लैक होल पर रिसर्च कर रहे वैज्ञानिक प्रोफेसर हेनियो फैल्के के अनुसार ‘ब्लैक होल’ एम87 आकाशगंगा (गैलेक्सी) में पाया गया है और पूरे ब्रह्मांड में ऐसी लाखों-अरबों आकाशगंगा हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस ब्लैक होल को हमारे सौरमंडल से भी बड़ा बताया गया है। जो साइज में पृथ्वी से 30 लाख गुना बड़ा है और सूर्य से 650 करोड़ से ज्यादा भारी है। बता दें, यह ब्रह्मांड में मौजूद सबसे बड़ा ब्लैक होल है।
क्या पृथ्वी ब्लैक होल के अंदर समा सकती है ?
यह काफी दिलचस्प प्रश्न है और आपके दिमाग में भी जरूर आ रहा होगा। बतां दें कि पृथ्वी से सबसे करीब जो ब्लैक होल है उसका नाम है V616 Monocerotis है। यह हमारी धरती से 3000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है और इसका द्रव्य मान सूर्य के द्रव्य मान से 10 से 11 गुना ज्यादा है। इतने दूर होने के बावजूद भी टेलीस्कोप के जरिए इसे देखा जा सकता है।
वैसे तो ये ब्लैक होल हमारे ग्रह से इतनी ज्यादा दूर हैं की पृथ्वी के इनके अंदर समाने की बात पर विश्वास करना मुश्किल है लेकिन यह नामुमकिन नहीं है। क्योंकि हमारे सबसे करीब की आकाशगंगा Andromeda हमारे गैलेक्सी की तरफ बढ़ रहा है। यदि हमारी आकाशगंगा और Andromeda की टक्कर होती है तो Andromeda के केंद्र में मौजूद जो ब्लैक होल है वो हमारी पृथ्वी को निगल सकता है। लेकिन एक अनुमान के अनुसार ऐसा आज से 4 अरब साल बाद ही हो सकता है।
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