न्यूजीलैंड और भारत के बीच खेली जा 3 वनडे सीरीज के पहले मैच में मेहमानों को हार का सामना करना पड़ा है। भारत को इस मैच में 300 से ज्यादा रन बनाने के बाद भी हार का मुंह देखना पड़ा। गौरतलब है कि टॉस हारकर बल्लेबाजी करने भारतीय टीम की शुरूआत काफ़ी अच्छी रही। दोनो ओपनरो ने अर्धशतकीय पारी खेली।
हालांकि बल्लेबाजों द्वारा 307 रनो का पहाड़ खड़ा करने के बाद भी भारत को हार का सामना करना पड़ा। अब मैच के बाद कप्तान शिखर धवन ने हार का ठीकरा गेंदबाजों पर फोड़ा है।
शिखर ने गेंदबाजों को ठहराया हार का ज़िम्मेदार
भारतीय कप्तान शिखर धवन का कहना है कि भारतीय गेंदबाज टॉम लाथम और विलियमसन के खिलाफ़ अपनी योजनाओं को ढंग से अंजाम नही दे पाए। धवन ने कहा कि हमारे गेंदबाजों ने बहुत ज्यादा ही शॉर्ट गेंदबाज़ी की।
307 रनो के लक्ष्य का पीछा करते हुए टॉम लाथम ने 104 गेंदों पर नाबाद 145 रनों की आक्रामक पारी खेली। यह उनके करियर का सर्वोच्च वनडे स्कोर था। वहीं न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने 98 गेंदों में 94 रनों की नाबाद पारी खेली। एक समय न्युजीलैंड का स्कोर 88 रन पर 3 विकेट था। लेकिन विलियमसन और लाथम ने नाबाद 221 रनो की साझेदारी करके मैच को अपने पाले में कर लिया।
इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ने सीरीज मे 1-0 की बढ़त बना ली है। दूसरा वनडे मैच रविवार को हेमिल्टन में खेला जाएगा।
धवन ने निराश होते हुए कहा, “हमने स्कोर अच्छा खड़ा किया था। पहले 15 ओवर में गेंद सीम कर रही थी। यह मैदान अन्य मैदानों से थोड़ा अलग है। हमने शॉर्ट ऑफ लेंथ पर काफी गेंदबाजी की, इन गेंदों पर लाथम ने जमकर रन बनाए। हमने कुछ गेंदों पर मिसफील्डिंग भी की, जोकि हमारे खिलाफ़ गया।
धवन ने आगे कहा, “हम लाथम से पीछे रह गए। उन्होंने 40वें ओवर में चार चौके लगाए और यहीं से खेल का रुख बदल गया। हालांकि लड़कों के लिए यह मैच काफी सिखाने वाला रहा है।”
वहीं श्रेयस अय्यर ने मैच के बाद कहा, “पहले वनडे में कुछ चीज़ें हमारे अनुसार नहीं हुईं और एक टीम के रूप में हमे “आत्मनिरीक्षण” करने और सीरीज के बचे दो मैचों में मजबूत वापसी करने की ज़रूरत है। भारत से सीधे आकर यहां खेलना आसान नहीं होता है। हर जगह विकेट बदलते रहते हैं और यह एक चुनौती है जिसका आपको सामना करना होता है। आपको मानसिक रूप से मजबूत होना पड़ता है, हमे भी परिस्थितियों के अनुकूल ढलना होगा।”
अय्यर ने आगे कहा, “उनका 3 विकेट गिरने के बाद अगर हमें एक विकेट और मिल जाता तो हम उनको दबाव में ला सकते थे। तब स्थिति पूरी तरह से अलग हो सकती थी। लेकिन उनकी तारीफ करनी होगी कि उन्होंने ढीली गेंदों पर चौके और छक्के लगाएं।”
इस मैच मे भारत की तरफ से दो तेज गेंदबाजों ने वनडे में डेब्यू किया। अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक अभी तक टी 20 ही खेले थे इसलिए उन्हे वनडे में डेब्यू करने का मौका मिला। उमरान को 2 विकेट मिला जबकि अर्शदीप का विकेट का खाता नही खुल सका।