टी-20 वर्ल्ड कप में श्रीलंका का प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा। श्रीलंकाई टीम सेमीफाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाई। परंतु एशिया कप में श्रीलंका ने पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया था। जिसमें ऑलराउंडर चमिका करुणारत्ने ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। लेकिन अब श्रीलंका बोर्ड ने अपने ही खिलाड़ी करुणारत्ने पर एक साल का बैन लगा दिया है। यह बैन क्यों और किस वजह से लगा है? आइये आपको विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, श्रीलंका क्रिकेट की तीन सदस्यीय कमिटी ने करुणारत्ने को कई मामलों में दोषी पाया है। करुणारत्ने पर आरोप लगे कि उन्होंने कई नियमों को तोड़ा है जो कि सत्य पाए गए। ऐसे में उन पर यह कार्यवाही की गई है।
तीन सदस्यीय कमिटी ने करुणारत्ने को दोषी करार देते हुए खेल के हर प्रारूप से एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। इसके अलावा उनपर 5 हजार अमेरिकी डॉलर का जुर्माना भी ठोका गया है। करुणारत्ने लंका के अच्छे क्रिकेटर हैं जिन्होंने कई मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई है। इसी साल हुए एशिया कप में उनका योगदान शानदार था और हर किसी ने उनकी प्रसंशा की थी।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान जारी कर बताया “श्रीलंका क्रिकेट सूचित करना चाहता है कि तीन सदस्यीय जांच पैनल द्वारा की गई अनुशासनात्मक जांच में राष्ट्रीय अनुबंधित खिलाड़ी चामिका करुणारत्ने दोषी पाए गए हैं। जांच कमेटी ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की एग्जीक्यूटिव कमेटी को अपनी जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें यह सिफारिश की है कि भविष्य में करुणारत्ने कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लंघन ना करे।
इसलिए उन्हें कड़ी चेतावनी दी जाए और ऐसी सजा दी जाए जिससे उनके क्रिकेट करियर पर किसी तरह का बुरा असर ना पड़े। इसी निष्कर्ष और जांच पैनल की सिफारिशों के बाद क्रिकेट श्रीलंका की एग्जीक्यूटिव कमेटी ने करुणारत्ने के हर तरह के क्रिकेट में हिस्सा लेने पर 1 साल का प्रतिबंध लगा दिया है।”
टी20 वर्ल्ड कप में चमिका करुणारत्ने ने कुल सात मैच खेले थे। जिनमें उन्होंने सिर्फ तीन विकेट लिए। बल्ले से भी वो खास कमाल नहीं दिखा पाए। श्रीलंका क्रिकेट ने अपने स्टेटमेंट में आगे कहा कि इन तमाम चीजों और सिफारिशों के देखते हुए श्रीलंका क्रिकेट के एक्जक्यूटिव कमिटी ने उन्हें हर तरह के क्रिकेट से एक साल के लिए बैन कर दिया।
26 साल के करुणारत्ने को तुरंत प्रभाव से श्रीलंका क्रिकेट टीम से बाहर कर दिया गया है। इसका मतलब ये हुआ कि वे 25 नवंबर से अफगानिस्तान के खिलाफ कैंडी में शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज से भी बाहर हो गए हैं।