टी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन से पूरी टीम की आलोचना हो रही है। खासतौर पर कप्तान विराट कोहली को बहुत ज्यादा आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। दोनों मैच वर्ल्ड कप में हारने के बाद टीम की आलोचना होना भी जायज है। टीम के खराब प्रदर्शन पर सवाल उठने लाजमी है। इसी बीच एक सबसे बड़ा मुद्दा फिर से सुर्खियां बटोरने लगा है। ये मुद्दा है रविचंद्रन अश्विन और विराट कोहली के बीच का रिश्ता।
इस वर्ल्ड कप से पहले हाल ही में भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी। वहां पर अश्विन को पूरी सीरीज के दौरान विराट कोहली ने बाहर रखा था और इतने अनुभवी गेंदबाज होने के बाद भी उनको एक भी मैच में मौका नहीं दिया गया और ऐसा ही कुछ टी20 वर्ल्ड कप में भी देखने को मिल रहा है। दोनों मैचों से अश्विन को दूर रखा गया। उनकी जगह युवा गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती को खिलाया गया। जो कुछ भी खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। फैंस इस फैसले से काफी नाराज है।
आपने देखा होगा कि अश्विन को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में बहुत मौके मिलते थे लेकिन विराट कोहली की कप्तानी में अश्विन एक-एक मैच खेलने के लिए तरस रहे हैं। टीम मैनेजमेंट कुछ ना कुछ बहाने बनाकर उनको प्लेइंग इलेवन से बाहर रखती है। क्रिकेट की दुनिया के कई एक्सपर्ट भी लगातार इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टीम में मौका क्यों नहीं दिया जा रहा है।
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर निक कॉम्पटन ने उठाया सवाल
इसी को लेकर इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर निक कॉम्पटन ने सीधे-सीधे इसके पीछे कोहली और अश्विन के बीच के रिश्ते को जिम्मेदार ठहराया है। कॉम्पटन ने रविवार को भारत की हार के बाद ट्वीट करते हुए लिखा कि,’मुझे नहीं समझ आ रहा है कि कैसे कप्तान विराट कोहली के साथ अनफ्रेंडली रिलेशन के कारण अश्विन को टीम में जगह नहीं मिल रही। क्या आपको लगता है कप्तानों को इतनी पॉवर मिलनी चाहिए।’
I just don’t understand how Kohli’s prickly relationship with Ashwin is allowed to keep him out of Indian teams? Do you think Captains should be allowed such autonomy?
— Nick Compton (@thecompdog) October 31, 2021
कुछ दिनों पहले ऐसी खबरें भी मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से सामने आई थीं जिनमें साथी खिलाड़ियों के साथ विराट कोहली के रवैये को गलत बताया गया था। इसके अलावा इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम ने चार टेस्ट मैच खेले थे। इनमें से किसी भी मैच में अश्विन को नहीं खिलाया गया। जिसके बाद कई बार भारतीय कप्तान विराट कोहली के इस फैसले पर सवाल उठे थे और कई अटकलें थीं कि क्या दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है।
रविचंद्रन अश्विन की काफी लंबे समय के बाद टी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप में वापसी हुई थी। अभ्यास मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी अश्विन ने शानदार गेंदबाजी की थी। आईपीएल में भी उन्होंने प्रदर्शन अच्छा था। ऐसे में उनको टीम से बाहर रखकर वरूण चक्रवर्ती जैसे युवा गेंदबाज को मिस्ट्री बॉलर के नाम पर टीम में शामिल करना कई सवाल खड़े करता है।