भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली का आज 51वां जन्मदिन हैं। सौरव भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2002 में संयुक्त विजेता बनी थी। इंग्लैंड में नेटवेस्ट ट्रॉफी में उन्होंने भारत को चैंपियन बनाया था। वहीं, 2003 विश्व कप के फाइनल में उन्होंने टीम को पहुंचाया था।
दादा के नाम कई इंटरनेशनल रिकॉर्ड दर्ज हैं, जो सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों से भी नहीं टूट सके हैं। आज हम सौरव गांगुली के कुछ ऐसे ही रिकॉर्ड पर नजर डालते हैं।
गांगुली ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में लगातार चार मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता है। एक ही सीरीज में उन्होंने ये कमाल किया था। अभी तक कोई दूसरा क्रिकेटर इस उपलब्धि को अपने नाम नहीं कर सका।
सौरव गांगुली वनडे विश्व कप के इतिहास में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। उन्होंने 183 रनों की पारी विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 1999 में टॉन्टन के मैदान पर खेली थी।
गांगुली ने अपनी कप्तानी के दौरान गांगुली ने कई युवा प्रतिभाओं को तैयार किया और उन्हें मौके दिए। भारतीय टीम में वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, युवराज सिंह, जहीर खान और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी शामिल हुए, जो आगे चलकर महान क्रिकेटर बने।
गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू मैच खेला था। उन्होंने जून 1996 में डेब्यू किया था। गांगुली ने लॉर्ड्स में खेले गए मैच में 301 गेंदों का सामना करते हुए 131 रन बनाए थे। उन्होंने डेब्यू में शतक लगाकर सभी को चकित कर दिया था।