विराट कोहली आज क्रिकेट में एक जाना माना नाम है। क्रिकेट खेलने, देखने और जानने वाले सभी इस नाम से परिचित है। विराट कोहली अपने प्रदर्शन और रिकार्ड्स के कारण ‘किंग कोहली’ के नाम से जाने जाते हैं। आज कोहली जब भी खेलते हैं तो लोग उनसे शतक की उम्मीद करते हैं। लेकिन एक ऐसा भी समय था जब कोहली इंडियन टीम में नए-नए थे। उनका डेब्यू 18 अगस्त 2008 को हुआ था।
विराट कोहली के लिए 24 दिसंबर का दिन बेहद खास है। इस दिन कोहली ने अपने क्रिकेट करियर का पहला शतक लगाया था। कोहली जब टीम में आये थे तो उन्हें मध्य क्रम में खिलाया जाता था। शुरू-शुरू में इसलिए कोहली ज्यादा शतक नहीं लगा पायें। क्योंकि जब वह खेलने जाते थे तो कभी ओवर ख़त्म हो जाता था या कभी टीम मैच जीत जाती थी इसलिए उन्हें बड़े स्कोर करने में समय नहीं मिल पाता था।
डेब्यू के डेढ़ साल बाद आया कोहली का पहला शतक
2009 के दिसंबर में 24 तारीख को कोहली ने अपना पहला शतक जड़ा। उनका पहला शतक उनके डेब्यू के लगभग डेढ़ साल बाद आया। इसके बाद कोहली ने फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। आज कोहली वनडे क्रिकेट में 44 से ज्यादा शतक जड़ चुके हैं। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा 50 के पार भी जा सकता है।
कोहली ने जब अपना पहला शतक जड़ा तो उस मैच में वीरेंद्र सहवाग कप्तानी कर रहे थे। भारतीय टीम श्रीलंका के साथ पांच मैचों की सीरीज खेल रही थी। सीरीज का चौथा मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन में चल रहा था। इस मैच में श्रीलंका के उपुल थरंगा ने शतक और कप्तान संगकारा ने अर्धशतक लगाया था। भारतीय टीम को 315 रन का लक्ष्य मिला था।
उस समय यह स्कोर बहुत बड़ा माना जाता था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम दोनों ओपनर वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को सस्ते में गंवा दिया। इसके बाद क्रीज पर गौतम गंभीर आये। इस मैच में क्योंकि धोनी नहीं खेल रहे तो नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए कोहली को भेजा गया।
कोहली और गंभीर के बीच हुई विराट साझेदारी
दो विकेट सस्ते में गंवाने के बाद गंभीर और कोहली ने टीम को संभाला। दोनों के बीच पहले 50, फिर 100, फिर 150 और फिर 200 रन की पार्टनरशिप हुई। कोहली ने इस मैच में अपना पहला शतक पूरा किया। उन्होंने 114 गेंदों में 107 रन की पारी खेली। दूसरे छोर पर गंभीर ने नाबाद 150 रन बनाये। अंत में उन्होंने दिनेश कार्तिक के साथ टीम को 7 विकेट से जीत दिलाई।
‘मैन ऑफ़ द मैच’ में आया ट्विस्ट
गंभीर को उनकी नाबाद पारी के लिए मैन ऑफ़ द मैच का अवार्ड मिला। जब गंभीर का नाम अवार्ड के लिए पुकारा गया तो गंभीर अवार्ड देने वालों के पास गए और उन्होंने रवि शास्त्री से बोला कि यह अवार्ड कोहली को दें क्योंकि कोहली यह अवार्ड वह डिजर्व करता है। इसके बाद रवि शास्त्री ने कोहली को बुलाया। कोहली फिर अवार्ड लेने के लिए आये। कोहली को 1 लाख रूपये का चेक, एक ट्राफ़ी और एक मोबाइल मिला।
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