भारतीय तिरंगे को हर भारतीय ऊँचा करना चाहेगा। लोग अपने प्रोफेशन में तिरंगे को सम्मान देते हैं। फिर चाहे वह राजनेता हो, फिल्म बिरादरी हो या खिलाड़ी हो। सभी तिरंगे की शान को ऊँचा रखने की कोशिश करते हैं। खेल में ज्यादातर मौकों पर खिलाड़ी तिरंगे के नीचे ही खेलते हैं। किसी भी खेल में उनका प्रतिनिधित्व उनके ध्वज से जाना जाता है।
जब भी खिलाड़ी जीत हासिल करके पोडियम पर खड़ा होता है तो उस समय राष्ट्रीय ध्वज की शान में राष्ट्रगान बजता है और ध्वज फहराया जाता है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है। ज्यादातर मौकों पर देखा जाता है कि खेल में तिरंगा बहुत फहराया जाता है। बात जब क्रिकेट की आती है तो स्टेडियम में तिरंगा ही तिरंगा नज़र आता है।
दर्शक ही नहीं भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी तिरंगे को अपनी जर्सी पर लगाकर खेलते हैं। तिरंगा हर भारतीय क्रिकेटर की जर्सी पर रहता है। वहीं आपने देखा होगा कि जब बल्लेबाज़ बल्लेबाज़ी करने के लिए आते हैं तो उनके हेलमेट पर भी तिरंगा लगा होता है।
धोनी के हेलमेट पर नहीं लगा होता है तिरंगा
सचिन तेंदुलकर से लेकर विराट कोहली तक सभी के हेलमेट पर तिरंगा लगा हुआ हम सभी ने देखा है लेकिन क्या आप जानते हैं भारत के पूर्व कप्तान रहे धोनी के हेलमेट पर तिरंगा क्यों नहीं लगा होता है? आपको बता दें कि हेलमेट के आगे की ओर नीचे BCCI का लोगो और ऊपर तिरंगा लगा होता है। क्या आपने कभी गौर किया है कि जब धोनी बल्लेबाज़ी के लिए आते हैं तो कई बार वे बिना तिरंगे झंडे वाला हेलमेट पहनकर बल्लेबाजी करते हैं इसके अलावा जब कीपिंग करते हैं तो भी उनके हेलमेट पर तिरंगा नहीं लगा होता है।
बैटिंग के दौरान तो फिर भी एकाध बार उनके हेलमेट पर तिरंगा दिख जाता है लेकिन कीपिंग करते हुए धोनी हमेशा बिना स्टीकर वाला हेलमेट ही पहनते हैं। आखिर इसके पीछे क्या कारण है कि धोनी तिरंगा लगा हुआ हेलमेट नहीं पहनते हैं। आज हम इसके बारें में जानेंगे।
धोनी कितने सच्चे देशप्रेमी है इसके बारें में बताने की जरूरत नहीं है। खेल का मैदान हो या सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना, धोनी ने हर जगह भारत और देश को प्राथमिकता दी है। धोनी के हेलमेट पर तिरंगे का स्टीकर नहीं लगा होता है। हेलमेट पर तिरंगा न लगाने का मतलब यह नहीं है कि धोनी तिरंगे का सम्मान नहीं करते हैं। बल्कि इसके पीछे एक कारण है।
तिरंगे का स्टीकर नहीं होने के पीछे है यह कारण
जब धोनी विकेटकीपिंग करते हैं तो अक्सर हेलमेट लगाकर या टोपी लगाकर कीपिंग करते हैं। लेकिन जब स्पिनर गेंदबाज़ी करता है तो वह हेलमेट उतारकर पीछे ग्राउंड पर रख देते हैं और टोपी पहन लेते हैं। मैच के दौरान आपने देखा भी होगा कि धोनी टोपी को अपनी कमर में पैजामा के नीचे दबा कर रखते हैं लेकिन जब तेज गेंदबाज बोलिंग करने आता है तो फिर से हेलमेट की जरुरत पड़ती है।
वे टोपी को तो पैजामे में दबा लेते हैं लेकिन हेलमेट को जमीन पर ही रखना पड़ता है। यही कारण है धोनी हेलमेट पर तिरंगा नहीं लगाते हैं। क्योंकि जब उसे नीचे रखेंगे तो तिरंगे का अपमान होगा। नियम के अनुसार जिन चीजों पर राष्ट्रीय झंडा लगा होता है उनको नीचे जमीन पर रखने से राष्ट्रीय झंडे का अपमान होता है।
धोनी अपने राष्ट्रीय धवज की बहुत इज्ज़त करते हैं इसलिए उनको इस नियम का पता है। धोनी अपने हेलमेट पर तिरंगे का स्टीकर न लगवाकर असल में तिरंगे के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं। इसलिए वह हेलमेट में तिरंगा नहीं लगाते है।
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