विराट कोहली इस साल होने वाले T20 वर्ल्ड कप के बाद कप्तान का पद छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी बैटिंग पर फोकस करने के लिए यह फैसला लिया है। हाल ही में अंग्रेजी वेबसाइट टेलीग्राफ में अपनी एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। यह रिपोर्ट विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के 2 दिन बाद सामने आई है। इसमें कहा गया है कि विराट कोहली ड्रेसिंग रूम में वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे तथा उनसे नाराज थे।
विराट कोहली के बल्ले से लंबे समय से कोई भी शतक नहीं निकला है। अपने 70वें शतक के बाद विराट कुल 53 पारियां खेल चुके हैं लेकिन वह शतक नहीं बना पाए हैं। टेलीग्राफ ने दावा किया है कि बीसीसीआई को ड्रेसिंग रूम में चल रही गतिविधियों का पता चल गया था। सूत्रों का हवाला देते हुए टेलीग्राफ ने बताया कि एक सीनियर खिलाड़ी ने विराट कोहली के खिलाफ बीसीसीआई सचिव जय शाह से शिकायत की थी कि उनकी वजह से वह असुरक्षित महसूस करते हैं।
अगर ये आरोप सच हैं तो भारतीय टीम में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। वैसे तौर पर, विराट कोहली ने उस सीनियर क्रिकेटर पर साउथेम्प्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के दौरान ‘no intent’ दिखाने का आरोप लगाया था। सूत्र ने द टेलीग्राफ को आगे बताया, “कोहली अपना आपा खोते जा रहे हैं। उन्होंने अपना सम्मान खो दिया है और कुछ खिलाड़ियों को उनका रवैया पसंद नहीं आ रहा है। वह अब एक अच्छे कप्तान नहीं रहे और ना ही खिलाड़ियों के सम्मान के लायक हैं। जब कोहली अपनी हद पार करते हैं, तो उनसे निपटने के लिए कई खिलाड़ी अपनी सीमाएँ लाँघ जाते हैं।”
कोच से भी उलझ गए थे विराट कोहली
इतना ही नहीं विराट कोहली एक बात जब नेट्स पर अभ्यास कर रहे थे तब वे कोच से ही उलझ गए थे और उनका सुझाव अनसुना कर दिया था। विराट कोहली ने गुस्से में कोच से कहा कि, ”मुझे कन्फ्यूज मत करो।” विराट कोहली के खराब प्रदर्शन का असर उनके व्यवहार पर भी पड़ने लगा और वह अपने आप को काबू नहीं रख पाते। बीसीसीआई इस स्थिति से बचने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक टीम के कुछ खिलाड़ी विराट के एटीट्यूड को लेकर खुश नहीं हैं। वह अपना नियंत्रण खो रहे हैं। वह अपना सम्मान खो चुके हैं और कुछ साथी खिलाड़ियों को उनका रवैया बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रहा। इस बात में कोई शक नहीं कि विराट कोहली एक अच्छे बल्लेबाज है फिलहाल उनका टाइम थोड़ा खराब चल रहा है उन्हें अपने व्यवहार को सुधारने की जरूरत है वह बहुत आक्रमक खिलाड़ी है और मैदान पर भी बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते हैं। एक पूर्व खिलाड़ी ने तो विराट के बारे में कहा कि, ‘जहां तक जूनियर खिलाड़ियों का सवाल है तो कोहली के खिलाफ सबसे बड़ी शिकायत यह है कि वह मुश्किल समय में उन्हें मझधार में छोड़ देते हैं।’
धोनी और विराट कोहली में फर्क
महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के स्वभाव और व्यवहार में दिन रात का अंतर है। एक पूर्व खिलाड़ी ने अनौपचारिक बातचीत के दौरान कहा था, ‘विराट के साथ समस्या कम्यूनिकेशन की है। महेंद्र सिंह धोनी के मामले में, उसका कमरा 24 घंटे खुला रहता था और खिलाड़ी अंदर जा सकता था, वीडियो गेम खेल सकता था, खाना खा सकता था और जरूरत पड़ने पर क्रिकेट के बारे में बात कर सकता था’
लेकिन विराट कोहली ऐसे नहीं हैं, ‘मैदान के बाहर कोहली से संपर्क करना काफी मुश्किल है’ पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘रोहित में धोनी की झलक है लेकिन अलग तरीके से वह जूनियर खिलाड़ियों को खाने पर ले जाता है, जब वह निराश होते हैं तो उनकी पीठ थपथपाता है और उसे खिलाड़ियों के मानसिक पहलू के बारे में पता है’