कल अफगानिस्तान की हार के साथ भारतीय टीम भी वर्ल्ड कप की रेस से बाहर हो गई। इस वर्ल्ड कप में भारत का खराब प्रदर्शन कई सवाल उठाता है। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले जब वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय टीम का एलान किया गया था तो सबको लग रहा था कि हमने बहुत मजबूत टीम चुनी है और यह टीम वर्ल्ड कप जीतना डिजर्व करती है। लेकिन जब भारत अपने पहले दोनों अहम मुकाबले हार गई तो टीम के चयन पर सवाल उठने लगे।
बहुत से लोगों ने कहा कि सेलेक्टर्स से टीम को चुनने में गलती हुई है। इसके अलावा प्लेइंग इलेवन पर भी सवाल उठे। इस वर्ल्ड कप में कई सीनियर खिलाड़ियों को नजरंदाज करके युवाओं को मौका दिया गया जिसका खामियाजा भारतीय टीम को भुगतना पड़ा। इन खिलाड़ियों ने आईपीएल में तो अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वर्ल्ड कप में नहीं चल सके।
अब ऐसे में यह कहा जा रहा है कि अगर इन तीन खिलाड़ियों को टीम में जगह मिलती तो परिणाम अलग हो सकते थे। आईये आपको बताते हैं वो तीन खिलाड़ी कौन हैं जिनको टीम में नहीं चुना गया।
शिखर धवन (Shikhar Dhawan):
मिस्टर ICC कहे जाने वाले बाएं हाथ के सीनियर बल्लेबाज शिखर धवन को वर्ल्ड कप की टीम में शामिल नहीं किया गया। धवन ने आईपीएल 2021 में 39 की औसत से 587 रन बनाए थे। रोहित शर्मा और विराट कोहली से इसकी तुलना की जाए तो धवन ने इन दोनों से बेहतर प्रदर्शन किया था। ऐसे में धवन को सूर्यकुमार यादव या ईशान किशन की जगह टीम में शामिल किया जाना चाहिए था। धवन एक अनुभवी प्लेयर हैं। धवन ने टी20 इंटरनेशनल में 1700 से अधिक रन बनाए हैं, ओवरऑल टी20 में उनके पास 300 से अधिक मैच का अनुभव है। 65 अर्धशतक भी लगाए हैं।
युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal):
स्पिन गेंदबाजी यूज़वेंद्र चहल को टीम में जगह न मिलने पर हर कोई हैरान था। उनकी जगह राहुल चाहर को टीम में शामिल किए जाने पर बहुत से लोगों ने आश्चर्य प्रकट किया। राहुल चाहर को उनके आईपीएल परफॉर्मेंस को देखते हुए टीम में जगह दी गई थी। चाहर ने आईपीएल में 13 विकेट लिए थे वहीं चहल ने 18 विकेट लिए थे। चहल ने टी20 इंटरनेशनल में 63 विकेट लिए हैं। टी20 वर्ल्ड कप से पहले वे टीम की ओर से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। वे टी20 में टोटल 241 विकेट ले चुके हैं।
आवेश खान (Avesh Khan):
युवा गेंदबाज आवेश खान ने 2021 आईपीएल में अपनी खास छाप छोड़ी है। 24 साल के इस गेंदबाज ने आईपीएल में 24 विकेट लिए थे और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में दूसरे स्थान पर रहे थे। आवेश खान के पास गेंदबाजी में अच्छी गति है उन्होंने भुवनेश्वर कुमार से भी अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन उनके इस प्रदर्शन को नजरअंदाज करते हुए उन्हें टी-20 के लिए वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुना गया।
इसके अलावा भारत की हार के और भी कई कारण हैं। जैसे अश्विन को टी20 वर्ल्ड कप के सबसे अहम मैच में यानी पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ नहीं खिलाया गया। उनकी जगह वरूण चक्रवर्ती को खिलाना सबसे खराब फैसले में से एक था। अश्विन ने इसके बाद पहले ही मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ 2 विकेट लेकर खुद को साबित किया। इस वर्ल्ड कप में तो भारतीय टीम कुछ खास नहीं कर पाई लेकिन अब अगले साल ऑस्ट्रेलिया में एक और टी20 वर्ल्ड कप होना है। देखना होगा उसमें क्या होता है।