अपने शानदार प्रदर्शन से 2011 वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाने वाले युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उनके इस फैसले से करोड़ों क्रिकेट फैंस को झटका लगा है। उनके संन्यास लेने के ऐलान के बाद क्रिकेट प्रेमियों का दिल बैठ गया है। अपने क्रिकेट हीरो को यूं क्रिकेट से अलविदा होते देखना वाकई दुखी कर देने वाला पल है। बता दें कि युवराज सिंह पिछले लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे थे और अच्छी फॉर्म में नहीं थे जिसके चलते अब उन्होंने संन्यास लेना ही सही समझा।
2019 का वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे युवराज :
युवराज सिंह ने मुंबई में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। इस दौरान उनकी पत्नी हेजल और मां शबनम भी मौजूद रहीं। युवराज ने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा हैं कि अब वो कैंसर पीड़ितों की मदद करेंगे। आपको याद होगा कि युवराज भी कैंसर से जंग लड़ चुके हैं। उन्होंने कैंसर को मात देकर दोबारा मैदान में कदम रखा था। वैसे युवराज का सपना था कि उनको 2019 आईसीसी वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिले लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका।
युवराज को 2019 आईसीसी वर्ल्ड कप की टीम में खराब फॉर्म के कारण जगह नहीं मिल पाई और उनका आखिरी विश्व कप खेलने का सपना अधूरा ही रह गया। लेकिन युवराज सिंह ने अपने 18 साल के लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में भारत को जो योगदान दिया है उसको कभी नहीं भुलाया जा सकता। युवराज सिंह ने अपनी बल्लेबाजी और फील्डिंग के दम पर टीम इंडिया को बहुत सारे मुकाबले जिताए हैं।
भारतीय टीम का कोहिनूर था युवराज सिंह :
युवराज सिंह ने साल 2000 में केन्या के खिलाफ डेब्यू किया था और 2003 के विश्व कप में भी शानदार प्रदर्शन किया था। अपने करियर में उन्होंने कई बड़े रिकॉर्ड्स बनाएं जिनमें से कुछ तो आज भी कायम हैं। जब उन्होंने 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के गेंदबाज स्टुअर्ड ब्रॉड के ओवर की 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए तो बच्चा-बच्चा उनका फैन हो गया और सब उन्हें ताबड़तोड़ बल्लेबाज के रूप में जानने लगे थे।
युवराज सिंह (Yuvraj Singh) का जन्म 12 दिसंबर 1981 को हुआ था। वो भारतीय टीम के मिडिल ऑडर की जान थे। ज्यादातर वह 4 नंबर पर ही बैटिंग करने आते थे। जब से वह टीम से बाहर हुए हैं उनकी जगह अभी तक कोई भी बल्लेबाज नहीं ले पाया है। आज भी चार नंबर पर बैटिंग कराने के लिए टीम चयनकर्ताओं को काफी सोच विचार करना पड़ता हैं। सिर्फ बैंटिंग ही नहीं युवराज सिंह अपनी बॉलिंग के लिए भी जाने जाते थे। उन्होंने कई वर्षों तक भारतीय टीम में एक अच्छे ऑलराउंडर की भूमिका निभाई।
युवराज सिंह का अंतरराष्ट्रीय करियर :
युवराज सिंह ने अपने करियर में 40 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने तीन शतक और 11 अर्द्धशतकों के साथ 1900 रन बनाए हैं। वनडे की बात करें तो युवराज ने भारत के लिए 304 वनडे मुकाबलों में 8701 रन बनाए हैं। जिसमें 14 शतक और 52 अर्धशतक उनके नाम हैं। टी-20 में भी युवराज का प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने 58 टी-ट्वेंटी मैचों में 1177 रन बनाए हैं। पिछले लगभग दो साल से युवराज भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे। उन्होंने अपना आखिरी वनडे मुकाबला 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। बिना किसी विदाई मैच के इस महान खिलाड़ी का यूं संन्यास ले लेना हर क्रिकेट प्रेमी को चूब रहा है।
विदेशी टी-20 लीग में खेलते दिख सकते हैं युवी :
खबरों के मुताबिक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद युवराज सिंह ने आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी टी-20 लीग में खेलने की इच्छा जताई है। वह आईपीएल की तरह विदेशों में होने वाली टी-20 लीग में खेल सकते हैं। इस साल के आईपीएल में युवराज मुंबई इंडियंस की तरफ से खेले थे हालांकि उनको ज्यादा मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला और केवल 4 मैच ही खेलें जिसमें उन्होंने 98 रन बनाए।
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