फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन टीवी पर आपको बहुत से विज्ञापनों में दिखाई देंगे होंगे। चूंकि उनको बहुत से लोग फॉलो करते हैं इसलिए जिस भी प्रोडक्ट का वह प्रचार करते हैं उसके बिजनेस पर और लोगों पर इसका बहुत प्रभाव पड़ता है। अमिताभ बॉलीवुड के बड़े अभिनेता हैं और उनकी ब्रांड वैल्यू भी करोड़ों में है। इसलिए वह एक विज्ञापन का करोड़ों रुपए लेते हैं। हाल ही में अमिताभ बच्चन ने रणवीर सिंह के साथ एक पान मसाला का ऐड किया। जिसके चलते उन्हें ट्रोल किया जा रहा है और इस तरह के विज्ञापन ना करने की सलाह दी जा रही है।
सोशल मीडिया पर खासा ऐक्टिव रहने वाले अमिताभ बच्चन ने हाल ही में अपने फेसबुक अकाउंट से एक पोस्ट कर लिखा था, ‘एक घड़ी खरीदकर हाथ में क्या बांध ली, वक्त पीछे ही पड़ गया मेरे।’ उनके इस पर कई लोगों ने कमेंट किए जैसे वो अमूमन करते हैं। लेकिन एक युवक ने अमिताभ बच्चन की पोस्ट पर कमेंट में एक सवाल पुछ लिया जिसका जवाब अमिताभ ने दिया।
एक यूजर ने लिखा, ‘प्रणाम सर, सिर्फ एक बात पूछनी है आपसे क्या जरुरत है आपको भी कमला पसंद पान मसाले का विज्ञापन करना पड़ा। फिर क्या फर्क है आप में और इन टटपुंजियों में? बताते चलें कि सलमान खान, शाहरुख खान और अजय देवगन भी पान मसाला के विज्ञापन में नजर आते हैं।
अमिताभ बच्चन ने यूजर के सवाल पर जवाब देते हुए लिखा, ‘मान्यवर, क्षमा प्रार्थी हूं, किसी भी व्यवसाय में यदि किसी का भला हो रहा है, तो ये नहीं सोचना चाहिए कि हम उसके साथ क्यों जुड़ रहे हैं। हां यदि व्यवसाय है तो उसमें हमें भी अपने व्यवसाय के बारे में सोचना पड़ता है। अब आपको ये लग रहा है कि मुझे ये नहीं करना चाहिए था, लेकिन इसको करने से, हां मुझे भी धनराशि मिलती है।
अमिताभ बच्चन ने आगे लिखा, हमारे इंडस्ट्री में जो बहुत से लोग काम कर रहे हैं। जो कि कर्मचारी हैं, उनको भी काम मिलता है और धन भी। मान्यवर टटपूंजिया शब्द आपके मुख से शोभा नहीं देता और न ही हमारी इंडस्ट्री के अन्य कलाकारों को भी शोभित करता है। आदर सहित नमस्कार करता हूं।’
बॉलीवुड के चेहरों द्वारा किए गए विज्ञापनों पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं। कभी कोई विज्ञापन विवादित होता है तो कभी कुछ और कारण होता है। ऐसे प्रोडक्ट जो लोगों की सेहत को नुक्सान पहुंचाते हैं जब ये लोग उनका विज्ञापन करते हैं तो लोग इस तरह के सवाल जरूर उठाते हैं। कई तो ऐसे सवालों का कोई जवाब नहीं देते और चुप्पी साध लेते हैं क्योंकि उन्हें तो इसका पैसा मिलता है। लोगों की सेहत और पैसा बेशक खराब हो इन्हें थोड़ी कोई फर्क पड़ता है। वो वाली कहावत है ना, ‘अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता’