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नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय, Neeraj Chopra Biography in Hindi

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आज हम एक ऐसे युवा एथलीट की बात कर रहे हैं जिसने बेहद कम उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स से लेकर एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है। दरअसल हम बात कर रहे हैं भारत के युवा जेवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की। आज हम आपको नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय बताएंगे जिसमें आपको उनके इस मुकाम तक पहुंचने के संघर्ष की कहानी का वर्णन मिलेगा। नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसम्बर 1997 को हरियाणा के खंडरा गाम में हुआ था जो कि पानीपत जिले का एक छोटा सा गांव है। वह एक मध्यम वर्गीय किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं उन का परिवार कृषि पर निर्भर हैं। नीरज के पिता का नाम सतीश चोपड़ा हैं और मां का नाम सरोज देवी हैं। वे पांच भाई-बहन हैं जिनमें नीरज सबसे बड़ा हैं।

नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय – Neeraj Chopra Biography in Hindi :

बचपन में नीरज अपने परिवार का सबसे लाड़ला बच्चा था, घरवालों के इसी लाड़-प्यार की वजह से नीरज का वजन काफी बढ़ गया था जिसके बाद उसके घरवालें इस बात को लेकर चिंतित हो गए हैं अगर ऐसा रहा तो नीरज की हाइट नहीं बढ़ेंगी। धीरे-धीरे नीरज की खेलों की तरफ रूचि बढ़ने लगी और वह दूसरे बच्चों के साथ कसरत करने लगा। लेकिन उस वक्त नीरज को जेवलिन के बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नहीं थी। नीरज को उस वक्त कबड्डी का शौक था और उसी की प्रैक्टिस करता था। नीरज के गांव में स्टेडियम नहीं था। गांव में बुनियादी सुविधाओं का अभाव होने की वजह से नीरज को प्रैक्टिस करने के लिए गांव से 16-17 किलोमीटर दूर पानीपत के शिवाजी नगर स्टेडियम में में जाना पड़ता था।

नीरज ने कैसे की जेवलिन थ्रो की शुरुआत :

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नीरज जिस स्टेडियम में प्रैक्टिस करने जाता था उसी स्टेडियम में जयवीर नाम का एक सीनियर खिलाड़ी जेवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करता था। जयवीर, नीरज का अच्छा दोस्त भी था जो उसको काफी मोटिवेट करता था। एक दिन उसने नीरज को अपने साथ जेवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करने को कहा जब नीरज ने भाला फेंका तो जयवीर उस से काफी प्रभावित हुआ और उन्होंने नीरज को सलाह दी कि तुम्हें जेवलिन की प्रैक्टिस करनी चाहिए इस खेल में तुम बहुत आगे जा सकते हो क्योंकि तुम्हारी हाइट भी अच्छी खासी हैं। नीरज ने जयवीर की यह सलाह मान ली और उसके साथ जेवलिन की प्रैक्टिस करने लगा।

लेकिन दिक्कत यह थी कि नीरज का वजन उस वजन 80 किलो था जिसको उसे को कम करना था। उस वक्त नीरज ने ठान लिया कि अब उसे इसी गेम में आगे जाना है और वह जयवीर के साथ जी-तोड़ मेहनत करने लगा। इसी मेहनत की बदौलत केवल दो महीनों में ही नीरज ने अपना 20 किलो वजन कम कर लिया।

अच्छी जेवलिन खरीदने के नहीं थे पैसे :

बता दें कि एक बढ़िया क्वालिटी की जेवलिन की कीमत एक लाख रुपए से भी ज्यादा होती हैं चूंकि नीरज एक किसान परिवार से थे इसलिए उनके लिए इतनी महंगी जेवलिन खरीद पाना संभव नहीं था इसलिए शुरुआत में सिर्फ 6-7 हजार रुपए की जेवलिन से ही प्रैक्टिस करता था। वह फोन में जेवलिन थ्रो के विडियो देखकर कुछ नया सीखने की कोशिश करता रहता था। एक इंटरव्यू में नीरज ने बताया था कि उस समय मैं सपने में भी जेवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करता दिखता था। देखने वाले को सिर्फ यही लगता है कि जेवलिन थ्रो के खेल में सिर्फ कुछ दूरी से भागकर भाला ही फेंकना होता है लेकिन दोस्तों यह खेल इतना भी आसान नहीं है जितना दिखता हैं।

इस स्तर तक पहुंचने के लिए नीरज ने दिन में 7-7 घंटों तक अभ्यास करके पसीना बहाया हैं। एक समय ऐसा भी था जब अच्छी डाइट ना मिल पाने की वजह से नीरज मैदान पर ही बेहोश हो जाता था। जब नीरज ने 2016 की जूनियर विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता तो उनको भारतीय सेना में नायब सूबेदार नियुक्त किया गया था। 2018 के जकार्ता एशियन गेम्स में उनको भारतीय दल की सेंड ऑफ सेरेमनी के समय ध्वजवाहक भी बनाया गया जो कि इस युवा खिलाड़ी के लिए बहुत गर्व की बात है।

नीरज चोपड़ा के कुछ शानदार रिकॉर्ड :

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2012 में लखनऊ में अंडर-16 नेशनल जूनियर चैंपियनशिप में 68.46 मीटर भाला फेंककर रिकॉर्ड बनाया था और स्वर्ण पदक जीता था।

2013 में नेशनल यूथ चैंपियनशिप में दूसरा स्थान हासिल किया और यूक्रेन में होने वाली IAAF वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में जगह बनाई।

2015 में इंटर-यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 81.04 मीटर की थ्रो फेंककर एज ग्रुप का रिकॉर्ड अपने नाम किया।

2016 में तो नीरज ने कमाल ही कर दिया जब उन्होंने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंककर नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए विश्व रिकॉर्ड बना डाला और गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमाया।

2016 में दक्षिण एशियाई खेलों में पहले राउंड में ही 82.23 मीटर की थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता।

2018 में गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में उन्होंने 86.47 मीटर भाला फेंककर एक और गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।

2018 में ही जकार्ता एशियन गेम्स में 88.06 मीटर भाला फेंका और गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम एक बार फिर रोशन किया।

एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय जेवलिन थ्रोअर हैं। इसके अलावा एक ही साल में कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। इससे पहले 1958 में मिल्खा सिंह ने यह रिकॉर्ड बनाया था।

तो दोस्तों आप को इस युवा खिलाड़ी के संघर्ष की कहानी कैसी लगी आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। हम तो यहीं कामना करते हैं कि भारत का लाल नीरज चोपड़ा ऐसे ही हर प्रतिस्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन करता रहें। सभी देशवासियों को पूरी उम्मीद है कि एक दिन ओलंपिक में भी नीरज भारत को सोना जरूर दिलवाएगा। जय हिन्द जय भारत।

यह भी पढ़ें : » भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत का जीवन परिचय

ऋषभ पंत का जीवन परिचय, Rishabh Pant Biography in Hindi

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ऋषभ पंत भारतीय के उभरते हुए युवा क्रिकेट खिलाड़ी हैं। बहुत ही कम उम्र में ही उन्होंने बड़ी बड़ी उपलब्धियां हासिल कर ली है। घरेलू क्रिकेट से लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक का उनका सफर बहुत शानदार रहा है। ऋषभ पंत भारत के विस्फोटक बल्लेबाज बनकर उभरे हैं उनकी बल्लेबाजी का बच्चा बच्चा दिवाना है। इंग्लैंड के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच की दूसरी ही गेंद पर छक्का जड़कर खाता खोलने वाले ऋषभ पंत ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी अच्छी-खासी पहचान बना ली हैं। लेकिन उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए जी-तोड़ मेहनत की है। आज हम आपको ऋषभ पंत का जीवन परिचय बता रहे हैं। उनका जीवन परिचय आपको भी एक शिक्षा देगा कि व्यक्ति अगर चाहे तो अपनी मेहनत के बलबूते पर दुनिया का हर मुकाम हासिल कर सकता हैं।

ऋषभ पंत का जीवन परिचय – Rishabh Pant Biography in Hindi :

बता दें की ऋषभ पंत का जन्म 4 अक्टूम्बर 1997 को हरिद्वार, उत्तराखंड में एक मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था। ऋषभ पंत के पिता का नाम राजेंद्र पंत हैं और माता का नाम सरोज पन्त है। उनको बचपन से ही क्रिकेट खेलने का बहुत शौक था इसी शौक के चलते वह अपनी पढ़ाई पर बहुत कम ध्यान दें पाते थे। ऋषभ पंत ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत रुड़की से की थी जहां उनका परिवार रहता था।

ऋषभ पंत के पिता जी नहीं चाहते थे कि वह इतनी छोटी उम्र में ही क्रिकेट खेलें वह उनको पढाई पर फोकस करने की नसीहत देते थे लेकिन ऋषभ पंत की क्रिकेटर बनने की जिद के आगे उनका दिल पिघल गया और उनके पिता भी ऋषभ का सपना पूरा करने में उनका साथ देने लगें, लेकिन अब ऋषभ को बड़ा क्रिकेटर बनने के लिए एक ऐसे कोच की जरूरत थी जो उसका सही मार्गदर्शन कर सकें।

उस वक्त ऋषभ पंत को कोच तारक सिन्हा के बारे में पता चला जो की क्रिकेट के जाने-माने कोच थे। वह दिल्ली में अपनी क्रिकेट एकेडमी चलाते थे और काफी खिलाड़ियों को क्रिकेट की कोचिंग देते थे। तब ऋषभ पंत ने कोच तारक सिन्हा से क्रिकेट सिखने का मन बनाया और इस बारे में अपने पापा से बात की। चूंकि ऋषभ की फैमिली रुड़की रहती थी इसलिए ऋषभ के पापा ने दिल्ली शिफ्ट होने का फैसला किया ताकि ऋषभ की कोचिंग में कोई दिक्कत ना आए।

तारक सिन्हा थे ऋषभ पंत के पहले कोच :

अब ऋषभ को अपनी फैमिली की तरफ से पूरा सपोर्ट मिलने लगा था इसलिए उनका पूरा फोकस क्रिकेट पर रहता। साथ ही साथ उन्होंने दिल्ली आने के बाद अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा। जब कोच तारक सिन्हा ने ऋषभ पंत की विकेट कीपिंग को देखा तो उनको लगा कि यह लड़का आगे चलकर बहुत अच्छा विकेटकीपर बन सकता हैं। कोच तारक सिन्हा ने ऋषभ की बल्लेबाजी और विकेट कीपिंग में बहुत मेहनत करवाई। इसके बाद ऋषभ पंत काफी अच्छी बल्लेबाजी करने लगे थे। शुरुआत में उन्होंने कई क्लब मैचों में हिस्सा लिया बाद में अच्छे प्रदर्शन की वजह से उनका दिल्ली की रणजी टीम में सेलेक्शन हो गया।

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ऋषभ पंत का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर :

जिस समय ऋषभ पंत का दिल्ली की रणजी टीम में सेलेक्शन हुआ तब वह केवल 18 साल के थे उन्होंने अपने दूसरे रणजी मैच में ही शानदार अर्धशतक लगाया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार कड़ी मेहनत करने में जुट गए। इसी कड़ी मेहनत की बदौलत उनका 2016 के अंडर-19 वर्ल्डकप में सेलेक्शन हो गया। अंडर-19 वर्ल्डकप में भी उन्होंने अपना लौहा बनवाया काफी अच्छा परफॉर्मेंस किया उनके प्रदर्शन की जमकर तारीफ भी हुई।

ऋषभ पंत का आईपीएल करियर :

अंडर-19 वर्ल्डकप में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद ऋषभ पंत सबकी नजरों में आ चुके थे अब बारी थी उनकी आईपीएल में इंट्री की। ऋषभ के टेलेंट को देखते हुए 2016 के IPL में उनको दिल्ली की टीम ने 1.9 करोड़ रुपए में खरीदा। 2018 के आईपीएल में दिल्ली की तरफ से खेलते हुए 1000 रन पूरे करने वाले वह सबसे युवा खिलाड़ी भी बनें। इसके साथ ही 2018 के आईपीएल में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज भी ऋषभ पंत ही थे। उन्होंने 63 गेंदों पर 128 रनों की शानदार पारी खेली।

ऋषभ पंत के कुछ शानदार रिकॉर्ड :

टी-20 डेब्यू: 1 फरवरी 2017, इंग्लैंड के खिलाफ
टेस्ट डेब्यू: 18 अगस्त 2018, इंग्लैंड के खिलाफ
इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू मैच में 5 कैच लेने वाले एशिया के पहले विकेट कीपर हैं रिषभ पंत।
टी-20 मैच खेलने वाला भारत का सबसे युवा खिलाडी।
अंडर-19 विश्वकप 2016 में सबसे तेज अर्धशतक (18 गेंदो पर) लगाने वाला खिलाड़ी।
रणजी ट्राफी में तिहरा शतक लगाने वाला भारत का तीसरा सबसे युवा खिलाड़ी। (2016-17 में महाराष्ट्र टीम के खिलाफ)

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मधुमक्खी के काटने पर घरेलू उपचार कैसे करें? जानिए 5 आसान तरीकें जिनसे घर पर ही कर सकते हैं इलाज

मधुमक्खियों द्वारा इकट्ठा किया गया शहद का स्वाद आपने कभी ना कभी जरूर चखा होगा। चीनी से भी मीठा लगने वाला शहद स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अत्यधिक गुणकारी होता हैं। लेकिन क्या हो जब आपको कोई मधुमक्खी डंक मार दें? निश्चित तौर पर यह बेहद कष्टकारी क्षण होता है जब आपको मधुमक्खी काटती है। इससे आपके शरीर में खुजली होने लगी है और उस जगह सूजन आने लगती हैं। इतना ही नहीं मधुमक्खी के काटने पर शरीर में असहनीय दर्द भी होने लगता हैं। कई मामलों में व्यक्ति को एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है।

इसलिए जरूरी है कि आपको ये पता हो कि मधुमक्खी के काटने पर घरेलू उपचार कैसे करें? जिससे आपके शरीर को दर्द और सूजन से जल्दी राहत मिल सके। आज हम आपको यहीं बताने वाले हैं कि अगर आपको कोई ततैया या मधुमक्खी काट लें तो उसका घरेलू उपचार कैसे करें। तो आईए जानते हैं इस बारे में

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सबसे पहले निकालें डंक : मधुमक्खी के काटने पर जो सबसे जरूरी और सबसे पहला काम आपको करना है वो है मधुमक्खी का डंक निकालना। क्योंकि मधुमक्खी के डंक में काफी जहर होता है जिससे शरीर में दर्द और जलन होने लगती हैं। अगर आप जल्दी से मधुमक्खी के डंक को निकाल देंगे तो शरीर में जहर नहीं फैलेगा। डंक निकालने के लिए आप लोहे की किसी चीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। कभी भी डंक से प्रभावित हिस्से को अपने नाखूनों से ज्यादा रगड़ने की गलती ना करें। जिस भी वस्तु से आपको लगे कि डंक आसानी से निकल सकता है आप उसका प्रयोग करके डंक निकाल लें।

मधुमक्खी के काटने पर घरेलू उपचार कैसे करें?

सोजन वाली जगह पर रगड़ें बर्फ : मधुमक्खी के काटने के कुछ ही समय के बाद उस हिस्से पर सूजन आनी शुरू हो जाती हैं इस सूजन को कम करने के लिए आप उस हिस्से पर हल्के हाथों से कुछ देर बर्फ रगड़ें। ऐसा करने से आपकी सूजन कम हो जाएंगी और आपको दर्द से भी राहत मिलेंगी।

टूथपेस्ट : मधुमक्खी के काटने पर टूथपेस्ट का प्रयोग करके भी राहत पाई जा सकती हैं। आमतौर पर टूथपेस्ट हर घर में पाया जाता हैं इसलिए आप आसानी से टूथपेस्ट का प्रयोग कर सकते हैं। बता दें कि टूथपेस्ट में एल्कलाइन नामक एक तत्व होता है जो मधुुमक्खी के डंक से राहत दिलाता हैं। इसलिए जब कभी भी आपको मधुमक्खी काट लें तो उस पर टूथपेस्ट लगा लें इस से आपको दर्द से शीघ्र राहत मिलेगी।

मधुमक्खी के काटने पर घरेलू उपचार कैसे करें?

शहद : ऐसी स्थिति में शहद का प्रयोग भी काफी फायदेमंद सिद्ध होता है। मधुमक्खी का डंक निकालने के बाद उस स्थान पर कुछ देर के लिए शहद लगाकर रखें क्योंकि शहद में कुछ ऐसे एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो कि मधुमक्खी के डंक का जहर फैलने से रोकते हैं और दर्द कम करने में भी सहायक हैं।

बेकिंग सोडा : यानी कि खाने वाला सोडा। जिसका प्रयोग हम घर पर कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में करते हैं। आप इसका प्रयोग मधुमक्खी के काटने पर भी कर सकते हैं। बेकिंग सोडा में एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल जैसे गुण होते हैं। बेकिंग सोडा में थोड़ा सा पानी मिलाकर उसका पेस्ट बना लें और फिर उस पेस्ट को घाव पर लगाएं, इस से आपको खुजली और सूजन से जल्द राहत मिलेगी।

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लड़की को इम्प्रेस करना चाहते है तो अपनाए यें 8 टिप्स, पहली बार में ही हाँ करने को हो जायेगी मजबूर

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आज के आधुनिक दौर में हर लड़का चाहता है कि उसकी कोई ना कोई गर्लफ्रेंड हो, जिसके साथ वह अपने दिल की बातें शेयर कर सकें। गर्लफ्रेंड पाने की चाहत में काफी लड़के, अपनी पसंद की लड़की को इंप्रेस करने के तरीके ढूंढने लगते हैं लेकिन बहुत से लड़कों को यहीं समझ नहीं आता कि आखिर लड़की को इंप्रेस कैसे करें? देखा जाए तो आज के दौर में किसी भी लड़की को इंप्रेस करना कोई ज्यादा मुश्किल काम नहीं है, बशर्ते आपको थोड़ी बहुत चीजों का ध्यान रखना होता है।

अगर हम किसी लड़की को इंप्रेस करना चाहते हैं तो सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें उस लड़की के नेचर को समझना होगा कि उस लड़की का किन किन चीजों में इंटरेस्ट हैं अगर हम एक बार लड़की के इंटरेस्ट को जान जायेंगे तो उसको इम्प्रेस करना आसान हो जायेगा। बहुत से लड़के, लडकियों को इंप्रेस करने के लिए उनके सामने बहुत दिखावा करते हैं लेकिन ऐसा करना गलत है लड़की को ज्यादा दिखावा करने वाले लड़के बिल्कुल भी पसंद नहीं होते। आज हम आपको 8 ऐसी आसान टिप्स बता रहे है जिनको अपनाकर आप किसी भी लड़की को आसानी से इम्प्रेस कर सकते हो और अपने रिश्ते और मजबूत बना सकते हो, तो आईये जानते है..

लड़की को इंप्रेस कैसे करें? :

how to impress girl लड़की को इंप्रेस कैसे करें?

लड़कियों को वो लड़के पसंद आते हैं जो उनको हर समय खुश रखें। आजकल लगभग हर प्रेमी जोड़े की यही शिकायत रहती है कि उनका पार्टनर उन्हें समय नहीं देता इसलिए इस बात का ख्याल रखें और उन्हें पर्याप्त समय दें ताकि वह आपके साथ खुश रह सके। हमेशा मजाकिया बातें करके लड़की के चेहरे पर स्माइल लाने की कोशिस करें।

झूठ से परेहज करे :

झूठ बोलना आजकल लगभग हर किसी की आदत सी हो गई है अगर आप किसी लड़की को इंप्रेस करना चाहते हैं तो इस बात को जरूर ध्यान में रखें कि लड़की को झूठ से सख्त नफरत होती है इसलिए अपना रिश्ता मजबूत करना चाहते हैं तो कभी भी झूठ ना बोलें अगर आप हमेशा सच बोलेंगे तो लड़की का आप पर विश्वास बढ़ेगा। इसलिए कभी भी झूठ का सहारा ना लें।

ड्रेसिंग सेंस :

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जैसा कि आप सभी जानते हैं साफ सुथरा रहना आजकल एक ट्रेंड बन चुका है इसलिए आप जब भी कभी किसी लड़की से मिलने जाएं तो साफ सुथरे कपड़े पहनकर ही जाए और अपने कपड़ों का कलर मैचिंग का भी ध्यान जरूर रखें क्योंकि अगर आप अच्छे से तैयार होकर जाएंगे तो उनका एक अलग ही अट्रैक्शन आप पर पड़ेगा। आमतौर पर देखा गया है कि लडकों के मुकाबले लड़कियां अपनी ड्रेस पर ज्यादा ध्यान देती है इसलिए वह यही चाहेंगी की उनके बॉयफ्रेंड को ड्रेसिंग सेंस की अच्छी समझ हो।

उनकी परेशानी को समझे और दूर करे :

लड़कियां अक्सर छोटी-छोटी बातों को बहुत नोटिस करती हैं अगर आप उनका दिल जीतना चाहते हैं तो उनकी हर एक छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना होगा, अगर वह कोई समस्या आपके सामने रखती है तो उसका उचित समाधान भी जरूर बताएं क्योंकि ऐसा करने से आपके रिश्ते की मिठास बढ़ेगी। लड़कियां अक्सर यह चाहती हैं कि कोई उनकी बात सुनने वाला हो। इसलिए एक अच्छा वक्ता बनने से पहले एक अच्छा श्रोता जरूर बने।

तोहफा देना ना भूले :

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जब भी हम अपनी खुशियां किसी के साथ शेयर करते हैं तो उन्हें एक तोहफा जरूर देते हैं इसलिए इस बात का ख्याल जरूर रखें हम अपने पार्टनर को उनके किसी स्पेशल काम पर उन्हें तोहफा जरूर दें। ऐसा करना आपके रिलेशन को मजबूती प्रदान करेगा और आपका रिश्ता मजबूत होगा। किसी लड़की को तोहफे से बहुत ही प्यार होता है अगर आप हो सके तो उन्हें उनका मनपसंद तोहफा जरूर देना चाहिए।

तारीफ करना जरुरी है :

यह कौन नहीं चाहता कि लोग उनकी तारीफ करें लेकिन इस मामले में लड़कियां बहुत आगे हैं सब यही चाहते हैं कि हर कोई उनकी तारीफ करें लेकिन अगर उनका पार्टनर उनकी तारीफ करता है तो वह बहुत खुश हो जाती हैं इसलिए जब भी मौका मिले उनकी तारीफ करना ना भूलें अगर आप किसी पार्टी में गए हुए हैं तो वहां पर उनकी तारीफ जरूर करें क्योंकि लोगों के बीच अपनी तारीफ सुनना लड़कियों को बहुत पसंद होता है इसलिए इस बात का ध्यान जरूर रखें।

झूठा वादा करने से बचे :

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जैसा कि आपको पता है हर माता-पिता यह चाहता है कि उनके बच्चे उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे यही बात लाइफ पार्टनर पर भी लागू होती है सभी लड़कियां यह चाहती हैं कि उनका लाइफ पार्टनर उनकी बात पर खरे उतरे कोई झूठा वादा न करें। झूठा वादा रिश्तों में ददार पैदा कर सकता है।

हमेशा वफादार रहे :

हमेशा लड़की के प्रति वफादार रहें और हमेशा उसकी मदद करें, किसी भी कठिन परिस्थिति में उसका साथ ना छोड़े धैर्य के साथ मुश्किलों को पार करते हुए अपने साथी के साथ जुड़े रहें ऐसा करने से उनका लगाव आपके प्रति और भी बढ़ जाएगा क्योंकि लड़कियां सबसे ज्यादा भरोसा अपने पार्टनर पर करती हैं अगर आप उनका भरोसा तोड़ते हैं तो उनका दिल टूट जाता है और आप के प्रति उनका भरोसा बिल्कुल ही खत्म हो जाता है।

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शादी टालने के लिए ये अजब गजब बहाने बनाती है लड़कियां, सुनकर हंसी नहीं रोक पाएंगे आप

भारत एक विशाल देश है जहां लगभग हर धर्म और समुदाय के लोग रहते हैं, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमारे देश में सरकार ने महिलाओं के लिए कुछ विशेष कानून बना रखे हैं। एक समय था जब हमारे यहां लड़कियों को सिर्फ घर आंगन तक ही सीमित रखा जाता था लेकिन वर्तमान युग में महिलाओं की बात की जाए तो आज वे हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। आज की युवा पीढ़ी की सोच बिल्कुल अलग है। अगर लड़कियों की शादी की बात करें तो आजकल बहुत सी लड़कियां शादी के लिए जल्दी तैयार नहीं होती क्योंकि वे अपनी पढ़ाई के लिए और समय चाहती हैं, उनका मानना है अगर वे आत्मनिर्भर होंगी तो ना अपने परिवार को अच्छी तरह संभाल पाएंगी और साथ में खुद की जरूरतों को पूरा कर सकेंगी और यह सही भी है।

जैसा कि आपको पता है लड़कियों को खाने का, घूमने का और शॉपिंग करने का बहुत शौक होता है वे यह सोचती हैं कि अगर उनके पास पैसा होगा तो अपनी सभी जरूरतें पूरी कर सकती हैं इसलिए आत्मनिर्भर होकर शादी करना जरूरी है। लेकिन आज के मॉडर्न युग में लड़कियों के साथ साथ उनके माता-पिता की सोच में भी बदलाव आया है। वे भी यह सोचते हैं कि अगर उनकी लड़की आत्मनिर्भर होती है तो अपने परिवार का लालन-पालन अच्छी तरह से कर सकती है। लेकिन जब किसी लड़की के माता-पिता शादी के लिए दबाव बनाते हैं तो लड़कियां शादी से बचने के लिए कई तरह के बहाने बनाती है, तो चलिए आज हम आपको यही बताते हैं कि लड़कियां अपनी शादी टालने के लिए किस तरह के अजब गजब बहाने बनाती हैं।

शादी टालने के लिए पढ़ाई का बहाना :

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जब कभी भी घर में शादी की बात चलती है तो लड़कियां अपने माता पिता को यह कहकर मना कर देती हैं कि अभी उनकी पढ़ाई अधूरी है वह अपनी पढ़ाई पूरी करके ही शादी का निर्णय लेंगी तो यह उनके लिए एक बहुत अच्छा बहाना है पढ़ाई का बहाना करके शादी को टाल सकती हैं।

करियर :

कुछ लड़कियां अपने माता पिता को यह कहकर शादी के लिए मना कर देती है कि अभी उनको अपने करियर पर फोकस करना है वह अपने जीवन में कुछ करके दिखाना चाहती हैं लक्ष्य प्राप्ति के बाद ही शादी के बारे में सोचेंगी। ताकि उनको और उनके परिवार को भविष्य में दिक्कत का सामना न करना पड़े।

बॉयफ्रेंड से प्यार :

शादी टालने के बहाने

अगर माता-पिता लड़की के लिए कोई रिश्ता देखेंगे तो वह बोल देगी कि मैं अपने बॉयफ्रेंड से प्यार करती हूँ वह उससे ही शादी करना चाहती है। वह अपनी पसंद के लड़के से शादी करना चाहती है ताकि वह पूरी जिंदगी खुश रह सके। इस तरह का बहाना भी लड़की के शादी को टालने के लिए असरदार साबित होता है। लेकिन इसके लिए लड़की को अपने माता पिता को मनाना पड़ता हैं क्योंकि हमारे देश में अभी भी बहुत सी जगह है लव मैरिज को सही नहीं माना जाता बल्कि लोग अरेंज मैरिज में ही विश्वास रखते हैं

पहले बड़ी बहन की शादी :

आप सभी ने सुना होगा कि जब तक घर में बड़ी बहन की शादी नहीं हो जाती तब तक छोटी बहन की शादी नहीं होती। इसलिए बड़ी बहन की शादी का बहाना बनाकर लड़कियां शादी के लिए टालमटोल कर जाती है। इस तरह का बहाना बनाकर वे शादी से बच निकलती है।

किसी खास रिश्ते का इंतजार :

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कई लड़कियां अक्सर लव मैरिज के सपने देखती हैं वह अपने लिए एक ऐसा दोस्त पति चाहती है जो उसकी हर ख्वाहिश को पूरा कर सके इसलिए लड़कियां किसी खास रिश्ते के इंतजार का बहाना बनाकर शादी के लिए मना कर देती है। अगर आपको लगता है इनके अलावा भी कोई और बहाना है जो लड़कियां शादी बचने के लिए बनाती हैं तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं।

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अगर आपके बच्चे को भी है नाखून चबाने की आदत तो इन आसान टिप्स को अपनाकर आज ही छुडांए

छोटे बच्चे काफी क्यूट होते हैं ये बात तो आप जानते ही हैं ऐसे में कई बार माता-पिता उनकी छोटी-छोटी गलतियों को नजरंदाज कर देते हैं। आपने कई बार देखा होगा कि कुछ बच्चों को अपने नाखून चबाने की आदत होती हैं। शुरु में तो अभिभावक बच्चे की इस आदत पर ध्यान नहीं देते लेकिन बाद में बच्चे की यह आदत परेशानी का कारण बन जाती हैं, बार बार समझाएं जाने के बावजूद भी बच्चा इस आदत को नहीं छोड़ पाता।

नाखून चबाना दूसरों को दिखने में तो गंदा लगता ही है साथ ही साथ यह आदत बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होती हैं क्योंकि नाखून चबाने से उनके पेट में गंदगी चली जाती हैं और वे बीमार पड़ जाते हैं। अगर आप भी अपने बच्चे के नाखून चबाने की आदत से परेशान है तो चिंता मत कीजिए, आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिनको अपनाकर आप अपने बच्चे की यह खराब आदत आसानी से छुड़वा सकते हैं।

कड़वी चीजों का प्रयोग करके :

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अगर आपका बच्चा नाखून चबाता है तो आप एक काम किजिए उसके नाखूनों पर किसी भी प्रकार की कड़वी चीज लगा दें जैसे कि नीम की पत्तियों का रस। क्योंकि आप जानते हैं कि नीम की पत्तियां काफी कड़वी होती हैं ऐसे में जब आप इनके रस को अपने बच्चे के नाखूनों पर लगाएंगे तो जब भी वह अपने नाखूनों को मुंह से काटने की कोशिश करेगा तो उसको कड़वाहट महसूस होगी। इसके अलावा आप नीम की पत्तियों की जगह मिर्ची पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आमतौर पर प्रयोग किए जाने वाले सबसे आम उपायों में से एक हैं। ऐसा लगातार करने से कुछ ही दिनों में बच्चा नाखून चबाने छोड़ देगा।

नेल पॉलिश रिमूवर भी एक अच्छा विकल्प :

नाखून चबाने कि आदत को रोकने के लिए आप नेल पॉलिश रिमूवर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं यह एक अच्छा विकल्प है। बच्चे के नाखूनों पर नेल पॉलिश रिमूवर लगा दें, इससे होगा ये कि जब भी बच्चा अपने नाखून चबाने की कोशिश करेगा तो नेल पॉलिश रिमूवर के खराब स्वाद के कारण ऐसा नहीं कर पाएगा और जल्दी ही इस आदत को छोड़ देगा।

खराब स्वाद वाली नेलपॉलिश लगाकर छुडांए नाखून चबाने की आदत :

खराब स्वाद वाली नेलपॉलिश लगाकर छुडांए नाखून चबाने की आदत :

अगर आपके घर में नेल पॉलिश रिमूवर नहीं है तो उसकी जगह आप खराब स्वाद वाली नेलपॉलिश का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर बच्चा बहुत ज्यादा नाखून चबाता है तो आप उसके नाखूनों पर ऐसी नेलपॉलिश लगा दें जिसका स्वाद काफी खराब हो। क्योंकि जाहिर सी बात है बच्चा जितनी बार भी नाखून चबाने के लिए अपनी अंगुली मुंह में डालेगा, नेलपॉलिश के खराब स्वाद की वजह से उसके मुंह का टेस्ट भी खराब हो जाएगा और वह कुछ ही दिनों में ऐसा करना छोड़ देगा।

हमेशा रखें बच्चे के नाखूनों का ध्यान :

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क्योंकि बच्चा छोटा होता है वह खुद अपने नाखून नहीं काट सकता इसलिए यह आपकी जिम्मेदारी है कि उसके नाखूनों को ज्यादा बड़ा ना होने दें क्योंकि नाखून बड़े होते है तभी बच्चा उनको काटना शुरु करता है। ऐसे में अगर आप समय-समय पर उनके नाखूनों को काटते रहेंगे तो अपने आप उनकी यह आदत छूट जाएगी। इसके अलावा बड़े नाखूनों में गंदगी भी ज्यादा जमा हो जाती है इसलिए यह बेहद जरूरी है कि सप्ताह में कम से कम एक बार अपने बच्चे के नाखूनों को जरूर कांटे।

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