कोई भी खेल हो हर खिलाड़ी को उसे खेलभावना से ही खेलना चाहिए लेकिन क्रिकेट मैचों में अक्सर आपने देखा होगा कि कई खिलाड़ी अपना आपा खो देते हैं और विपक्षी टीम के खिलाड़ी से झगड़ने लगते हैं। क्रिकेट इतिहास में हम ऐसी कई घटनाएं देख चुके हैं जब खिलाड़ी एक-दूसरे को गालियां देने पर उतर आते हैं। यहां तक कि हरभजन ने तो एक आईपीएल मैच के दौरान श्रीसंत को गुस्से में थप्पड़ भी जड़ दिया था। क्रिकेट मैदान पर खिलाड़ियों में कहासुनी होना कोई बड़ी बात नहीं है।
पाकिस्तानी खिलाड़ी शाहिद अफरीदी और गौतम गंभीर को भी आप कई बार एक-दूसरे से भिड़ते देख चुके होंगे। इसके अलावा हरभजन और सायमंड्स वाला विवाद भी किसी से छुपा नहीं है। कई बार तो भारतीय कप्तान विराट कोहली भी अपना धैर्य खो देते हैं और खिलाड़ियों से लेकर अम्पायर के गलत फैसले पर भी आगबबूला हो जाते हैं। लेकिन क्रिकेट के कुछ ऐसे दिग्गज खिलाड़ी भी हैं जो लंबे समय तक क्रिकेट खेल चुके हैं लेकिन आजतक उनको किसी से लड़ाई तो दूर की बात बहस करते भी नहीं देखा। आज हम आपको छह ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिनको सबसे शरीफ क्रिकेट खिलाड़ी माना जाता हैं।
केन विलियमसन (न्यूजीलैंड) :
न्यूजीलैंड टीम के कप्तान केन विलियमसन को आपने बॉलर्स की खूब पिटाई करते देखा होगा लेकिन सिर्फ उनके बल्ले से। असल में वह बेहद शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं जो आजतक किसी के साथ नहीं भिड़े हैं। केन विलियमसन सभी खिलाड़ियों से प्यार से पेश आते हैं और किसी से बहस नहीं करते। चाहे मैच की परिस्थिति कैसी भी हो वह अपना धैर्य बनाये रखते हैं। बता दें कि वह आईपीएल में हैदराबाद की टीम की कप्तानी भी करते हैं और भारतीय दर्शक इस खिलाड़ी को बहुत पसंद करते हैैं।
हाशिम अमला (दक्षिण अफ्रीका) :
दक्षिण अफ्रीका टीम के सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला भी शांत प्रवृत्ति के खिलाड़ी हैं। वह टेस्ट टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। वे मैदान पर बिल्कुल शांत तरीके से खेलते हैं और किसी से झगड़ा नहीं करते। हाशिम अमला का कहना है कि, ‘मैं हमेशा से रोजे रखता रहा हूं मुझे लगता है कि इससे अच्छी मानसिक और अध्यात्मिक कसरत हो जाती है। इससे मुझे अनुकूलन में मदद मिलती है’।
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) :
‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ कहे जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने दो दशक से भी ज्यादा समय तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला हैं। इतने लंबे क्रिकेट करियर में उन्होंने हर तरह के आक्रामक गेंदबाजों का सामना किया है जिनमें से कुछ उनको गुस्सा दिलाकर आउट करने का प्रयास थे लेकिन सचिन हमेशा धैर्य के साथ खेलें और कभी किसी से नोंक-झोंक नहीं की। उनके व्यवहार की आज भी सराहना की जाती हैं और शायद यही कारण है कि उनको क्रिकेट का भगवान कहा जाता हैं।
एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) :
भारत में जिस विदेशी खिलाड़ी को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता हैं वो है दक्षिण अफ्रीका के ताबड़तोड़ बल्लेबाज एबी डिविलियर्स। बता दें कि डिविलियर्स बहुत ही मिलनसार व अच्छे स्वभाव के खिलाड़ी हैं उनको मैदान पर कभी लड़ते झगड़ते नहीं देखा है। फिलहाल एबी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और सिर्फ आईपीएल जैसी लीग में खेलते दिखाई देते हैं। जिस दिन उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने की घोषणा की उस दिन हर क्रिकेट प्रेमी को तगड़ा झटका लगा था क्योंकि फैंस इन्हें ICC वर्ल्ड कप 2019 में खेलते हुए देखना चाहते थे।
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) :
अगर बात सबसे शांत खिलाड़ियों की हो रही हो तो धोनी का नाम भला कैसे छूट सकता है। धोनी का नाम कैप्टन कूल इसी वजह से पड़ा था क्योंकि वह बहुत ही शांत स्वभाव के खिलाड़ी हैं और हर परिस्थिति में टीम को संभालना उन्हें अच्छे से आता है। चेहरे से शांत लेकिन बल्ले से आग उगलने वाले महेंद्र सिंह धोनी के आज करोड़ों फैंस हैं जो उनकी सादगी को बहुत पसंद करते हैं।
कुमार संगकारा (श्रीलंका) :
पूर्व श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा अब क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं लेकिन उनको एक शान्तचित्त स्वभाव का खिलाड़ी माना जाता है जो सभी के साथ मिलजुल कर क्रिकेट खेला और कभी बहस नहीं की। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में जब धोनी ने आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर श्रीलंका का वर्ल्ड कप जीतने का सपना तोड़ा तो पीछे विकेटकीपिंग कर रहे संगकारा का चेहरा देखने लायक था।
इतने नजदीक आकर वर्ल्ड कप हारने के बाद भी उनके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान थी जो इस महान खिलाड़ी के बारे में बहुत कुछ बयां कर रही थी।
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