घर की किस्त चुकाने में भी असमर्थ हैं श्रीलंकाई खिलाड़ी, जानिए बोर्ड क्यों नहीं दे रहा पैसे

दुनिया में जब सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड की बात आती हैं तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस लिस्ट में पहले नंबर पर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसकी आमदनी 3730 करोड़ रुपये है। इसलिए आपने देखा होगा की भारत में क्रिकेट खिलाड़ियों को जितना पैसा और सुविधाएं मिलती हैं उतनी किसी और खेल के खिलाड़ियों को नहीं मिलती। लेकिन सभी देशों में ऐसा नहीं हैं, हाल के दिनों में श्रीलंकाई क्रिकेट कई विवादों में रही है।

श्रीलंकाई क्रिकेट में सबसे बड़ा विवाद खिलाड़ियों के अनुबंध का रहा है। कई खिलाड़ियों ने नए कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि खिलाड़ियों को होम इंश्योरेंस और ईएमआई यानी किस्त चुकाने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

द संडे मॉर्निंग की रिपोर्ट है कि खिलाड़ियों ने श्रीलंका बोर्ड को पत्र लिखकर कॉन्ट्रैक्ट का सम्मान करने और पुराने बकाया का जल्द से जल्द भुगतान करने की अपील की है। श्रीलंका के खिलाड़ियों ने इस पत्र में लिखा है कि, “नए कॉन्ट्रैक्ट के चलते हमें जनवरी 2021 से किसी भी तरह का भुगतान नहीं किया गया है। खिलाड़ी नए कॉन्ट्रैक्ट के बारे में स्पष्ट नहीं हैं। इसकी सूचना उन्हें लिखित में दी जानी चाहिए। नए अनुबंध के तहत खिलाड़ियों के वेतन में 30 फीसदी की कटौती की जा रही है।”

एक सूत्र ने कहा कि वार्षिक अनुबंधों की वजह से खिलाड़ियों को बुरी तरह प्रभावित होना पड़ा है। उनके लिए अपने माता-पिता के लिए घर की किस्त चुकाना भी मुश्किल हो रहा है। इसकी वजह से कुछ खिलाड़ियों ने तो अपनी शादी भी टाल दिया है हैं। और इन सब के बीच सबसे ज्यादा परेशानी जूनियर खिलाड़ी को हो रही हैं क्यूंकि वे खुद को सीनियर खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच लड़ाई में फंसा हुआ पाते हैं।

ऐसा लग रहा है कि उनका करियर बिना किसी अनुबंध के खत्म हो जाएगा, क्योंकि उन्हें मौजूदा सीरीज के लिए नहीं चुना गया है। खिलाड़ियों ने बोर्ड से 1 जनवरी 2021 से अनुबंध लागू करने का अनुरोध किया है।

श्रीलंकाई मीडिया की इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जूनियर खिलाड़ी चाहते हैं कि वे कैसे भी करके इस विवाद से बाहर निकलें और उनका सालाना वेतन भी बढ़ जाएगा। ऐसे में खिलाड़ियों ने बोर्ड को पत्र लिखा है जहां उन्होंने बात मान ली है।

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